।।धमक धमक धुसाँ बोले ।।

धमक धमक दुसा बोले झनक झनक झांजा बोले
पेंर मिलाती चलीरे !! सेना चलीरे सेना !!
शेर शिवाजी कि चलीरे सेना चलीरे सेना !!
शेर संभाजी कि चली रे सेना चली रे सेना !!

भैहेरी बोले आजा हिमालय
पीछे मुडके ना देखो रे भैया
मारो बंधन खोले
खोले रे खोले खोले रे खोले
पेंर मिलाती चलीरे सेना चलीरे सेना

शेर शिवाजी कि चलीरे सेना चलीरे सेना
शेर संभाजी कि चली रे सेना चली रे सेना !!

आफ्ह्जल्या बोले पहाडी चुहे
शिवाजी उसको फ्हाडे शिवाजी उसको तोडे
फडे तोडे फ्हाडे तोडे
पेंर मिलाती चलीरे सेना चलीरे सेना
शेर शिवाजी कि चलीरे सेना चलीरे सेना
शेर संभाजी कि चली रे सेना चली रे सेना !!


पाकीस्थान पर बम गीरादो
टंक लगादो तोफे उडा
पाकीस्थान मे बारूद बीछा दो
मारो काटो मारो काटो
धरतीसे आंबर डोले डोले रे डोले डोले रे डोले
पेंर मिलाती चलीरे सेना चलीरे सेना

शेर शिवाजी कि चलीरे सेना चलीरे सेना
शेर संभाजी कि चली रे सेना चली रे सेना
शेर तानाजी कि चली रे सेना चली रे सेना
शेर संताजी कि चली रे सेना चली रे सेना
शेर बाजी कि चली रे सेना चली रे सेना
शेर नेताजी कि चली रे सेना चली रे सेना
शेर जिवाजी कि चली रे सेना चली रे सेना


पुण्यश्लोक छत्रपती शिवाजी महाराज कि जय
धर्मवीर छत्रपती संभाजी महाराज कि जय
राष्ट्रमाता जिजाऊ मां साहेब कि जय
भारत माता कि जय
हिंदू धर्म कि जय
वन्दे मातरम !!



धमक धमक धुसो बोले
शेर शिवाजी कि चलीरे सेना चलीरे सेना



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